Ashq Rukhsaar Par Aankho Se Shayari
बेवफ़ाई का मुझे जब भी ख़याल आता है, अश्क़ रुख़सार पर आँखों से निकल जाते हैं. Bewafaayi Ka Mujhe Jab Bhi Khayaal Aata Hai, Ashq Rukhsaar Par Aankho Se Nikal Jaate Hai.
Aankh Shayari » में पढ़ते है आँखों पर बने, Aankh Shayari 2 Line, आँख शायरी के कलेक्शन में जो आपको पसंद आएगा. तो आइये मजे लेते है अपने इस पोस्ट का.
दोस्तों कहा जाता है कि प्यार हमेशा आँखों से शुरू होता है, प्यार में एक दुसरे की आँखों में देखकर ऐसा लगता है की उसी में अपनी एक दुनिया बसा ली जाए.
आज के इस पोस्ट में आँखों की नशीली और जादूगरी की बात करते हैं कैसे ये आंखे हमें दीवाना बना देती हैं, शायर भी शेरो-शायरियाँ करने लगते हैं इन आँखों की गहराई में डूब कर. हर कोई इन आँखों का दीवाना सा हो जाता हैं जब कोई महबूब अपनी महबूबा की आँखों में देखता हैं. आँखों की खूबसूरती के कई नाम दिए गए हैं. हर प्रेमी की नज़र में में अपनी प्रेमिका की आंखे जैसे किसी जादूगर की जादूगरी सी लगाती हैं.
तो आइये शुरुआत करते है आँखों पर बने ढेरो शेरो-शायरियां पढ़ते हुए, जिसे आप अपने दोस्तों को शेयर कर इस शायरियों के मजे दिला पायेंगे. दोस्तों हम आशा करते है कि हमारा यह आर्टिकल आपको जरुर पसंद आयेगा.
बेवफ़ाई का मुझे जब भी ख़याल आता है, अश्क़ रुख़सार पर आँखों से निकल जाते हैं. Bewafaayi Ka Mujhe Jab Bhi Khayaal Aata Hai, Ashq Rukhsaar Par Aankho Se Nikal Jaate Hai.
वो आँखों ही आँखों में करती है ऐसे बातें, के कानों कान किसी को खबर नही होती. Vo Aankho Hi Aankho Me Karti Hai Aise Baate, Ke Kaano Kaan Kisi Ko Khabar Nahi Hoti.
तेरी आँखों में मेरा इंतज़ार है तोह जता दो मुझे, अगर तुम्हे भी इश्क़ है तो खुलके बता दो मुझे. Teri Aankho Me Mera Intajaar Hai Toh Jata Do Mujhe, Agar Tumhe Bhi Ishq Hai To Khulke Bata Do Mujhe.
तारीफ तेरी आँखों की ज़माने से हमने बहुत सुनी है, जब भी पलके झुकी तब मोहब्बत लाखो को हुई हैं. Tarif Teri Ankho Ki Zamane Se Hamne Bahut Suni Hai, Jab Bhi Palake Jhuki Tab Mohabbat Lakho Ko Huyi Hai.
चेहरे पर हँसी और, आँखों में नमी है. हर साँस कहती है, बस तेरी कमी है. Chehare Par Hasi Aur, Aankho Me Nami Hai. Har Saans Kahati Hai Bas Teri Kam Hai.
हम हसीन होने का दावा तो नहीं करते मगर, आँख भर देखें जिसे उलझन में डाल देते है. Hum Haseen Hone Ka Daawa To Nahi Karte Magar, Aankh Bhar Dekhein Jise Uljhan Mein Daal Dete Hain.